OpenAI ने अपने यूजर्स के लिए एक बड़ी खुशखबरी लाकर सबको चौंका दिया है! कंपनी ने अपने एजेंटिक डीप रिसर्च टूल का नया, हल्का वर्जन फ्री यूजर्स के लिए लॉन्च किया है। इतना ही नहीं, प्लस, टीम, एंटरप्राइज और एडू ग्राहकों के लिए भी क्वेरी लिमिट को बढ़ा दिया गया है। यह नया लाइट डीप रिसर्च टूल हाल ही में पेश किए गए o4-मिनी रीजनिंग मॉडल पर काम करता है, जिसे बेहतरीन क्वालिटी के साथ-साथ किफायती बनाने के लिए डिजाइन किया गया है। आइए, इस धमाकेदार अपडेट के बारे में और जानते हैं!
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Toggleयूजर्स को मिलेगा कितना एक्सेस?
OpenAI ने हर तरह के यूजर्स के लिए कुछ न कुछ खास रखा है:
- प्रो यूजर्स: हर दिन 250 डीप रिसर्च क्वेरी का मजा ले सकते हैं।
- प्लस, टीम, एंटरप्राइज और एडू यूजर्स: रोजाना 25 क्वेरी तक एक्सेस।
- फ्री यूजर्स: हर दिन 5 क्वेरी तक इस्तेमाल कर सकते हैं।
अगर आप फुल वर्जन की लिमिट क्रॉस कर जाते हैं, तो आपका सर्च अपने आप लाइटवेट o4-मिनी वर्जन पर स्विच हो जाएगा, जो तेजी से काम करता है और क्वालिटी में भी कोई कमी नहीं छोड़ता।
OpenAI ने X पर एक पोस्ट में इस नए लाइट वर्जन की तारीफ करते हुए कहा, “यह टूल छोटे और क्रिस्प जवाब देता है, लेकिन गहराई और क्वालिटी में कोई समझौता नहीं करता।”
We’ve noticed many of you love using deep research, so we’re expanding usage for Plus, Team, and Pro users by introducing a lightweight version of deep research in order to increase current rate limits.
We’re also rolling out the lightweight version to Free users.
— OpenAI (@OpenAI) April 24, 2025
हालांकि कंपनी ने इस फीचर के बारे में ज्यादा डिटेल्स तो शेयर नहीं कीं, लेकिन एक ग्राफ के जरिए दिखाया कि लाइटवेट मॉडल फुल वर्जन से थोड़ा कम प्रभावी है, पर इसे चलाने की लागत कहीं ज्यादा किफायती है।
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डीप रिसर्च टूल है क्या और क्यों है खास?
डीप रिसर्च एक ऐसा स्मार्ट टूल है, जो सबसे पहले गूगल ने पेश किया था। लेकिन फरवरी में OpenAI ने इसका और रिफाइंड वर्जन लॉन्च किया, जिसने इसे रातोंरात पॉपुलर कर दिया। इसके बाद जेमिनी, ग्रोक, पेरप्लेक्सिटी और कोपायलट जैसे कई बड़े नामों ने भी ऐसे ही टूल्स पेश किए।
OpenAI के मुताबिक, यह टूल ऑनलाइन सैकड़ों घंटों की जानकारी को स्कैन करके एक प्रोफेशनल रिसर्च एनालिस्ट की तरह विस्तृत और सटीक रिपोर्ट तैयार कर सकता है। एलन मस्क ने भी इस साल फरवरी में ग्रोक के डीप रिसर्च मोड को लॉन्च करते वक्त कुछ ऐसे ही दावे किए थे।
हालांकि ये टूल्स बड़े-बड़े वादे करते हैं, लेकिन कई बार इनके जवाब पूरी तरह सटीक नहीं होते। फिर भी, यह बात पक्की है कि डीप रिसर्च टूल्स आम गूगल सर्च या बेसिक चैटबॉट्स से कहीं बेहतर और गहरे जवाब देते हैं। हां, कभी-कभी ये टूल्स भी गलत या बनावटी जानकारी दे सकते हैं, लेकिन उनकी उपयोगिता को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
क्यों है यह अपडेट गेम-चेंजर?
OpenAI का यह कदम फ्री यूजर्स के लिए किसी तोहफे से कम नहीं है। अब हर कोई, चाहे वह फ्री यूजर हो या प्रीमियम, इस शानदार टूल का फायदा उठा सकता है। किफायती कीमत पर हाई-क्वालिटी रिसर्च का मजा लेने का मौका शायद ही कहीं और मिले। अगर आप रिसर्च, स्टडी या किसी टॉपिक को गहराई से समझना चाहते हैं, तो यह टूल आपके लिए बना है!
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